Image Credit- Agnikul Cosmos

Agnikul Cosmos ने अपने स्वनिर्मित 3D-printed semi-cryogenic रॉकेट Agnibaan का suborbital flight पर सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।

यह प्रक्षेपण श्रीहरिकोटा स्थित ISRO के अंतरिक्ष केंद्र Agnikul Launch Pad 1 (ALP-1) से हुआ।

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यह उपलब्धि भारत में किसी निजी स्टार्टअप द्वारा दूसरा लॉन्च है। पहला निजी तौर पर विकसित रॉकेट लॉन्च Skyroot कंपनी द्वारा 2022 में किया गया था। 

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इस रॉकेट में दुनिया का पहला single-piece 3D-printed रॉकेट इंजन का उपयोग किया गया है।

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आमतौर पर, इंजन के पुर्जे अलग-अलग बनाए जाते हैं, लेकिन Agnikul का तरीका लॉन्च लागत और असेंबली समय को कम करता है।

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कंपनी का लक्ष्य छोटे उपग्रहों के लिए किफायती प्रक्षेपण सेवाएं प्रदान करना है।

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मिशन के दौरान भारत के पहले Semi-Cryo रॉकेट इंजन, Agnilet का भी प्रदर्शन किया गया। इंजन ईंधन के रूप में sub-cooled ऑक्सीजन का उपयोग करता है।

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Indian Space Research Organisation (ISRO) ने Agnikul को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई दी।

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उड़ान के 70 सेकंड के बाद, Agnibaan ने कंट्रोल सिस्टम, ऑटोपायलट, और एवियोनिक्स सिस्टम जैसी प्रणालियों का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।

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Agnibaan SOrTeD सुबह 7:15 बजे प्रक्षेपित हुआ, जिसमें भारत के निजी अंतरिक्ष क्षेत्र में कई प्रथम उपलब्धियां प्रदर्शित हुईं।

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Innovation और Determination से प्रेरित Agnikul Cosmos ने अपने 3D-printed रॉकेट के साथ इतिहास रच दिया है।

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