COVID-19 महामारी के बाद, जापान में एक और खतरनाक बीमारी तेजी से फैल रही है, जिसे “मांस खाने वाले बैक्टीरिया” (flesh-eating bacteria) के नाम से जाना जाता है। इस बीमारी का वैज्ञानिक नाम है स्ट्रेप्टोकोकल टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम (STSS), जो ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस (Group A Streptococcus) बैक्टीरिया के कारण होती है। यह बीमारी इतनी घातक है कि संक्रमित व्यक्ति की 48 घंटों के भीतर मौत हो सकती है। जापान में इस बीमारी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और यह स्थिति चिंताजनक है।
तेजी से बढ़ते मामले
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इन्फेक्शियस डिजीज (NIID) के आंकड़ों के अनुसार, 2 जून 2024 तक जापान में STSS के 977 मामले दर्ज किए गए हैं, जो पिछले साल के 941 मामलों से अधिक हैं। NIID ने 1999 से इस बीमारी की निगरानी शुरू की थी और तब से मामलों में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है। 2019 में, रिकॉर्ड 894 मामले दर्ज किए गए थे, लेकिन 2024 में यह संख्या और भी अधिक हो सकती है।
बीमारी के लक्षण
STSS के लक्षण बेहद खतरनाक और तेजी से फैलने वाले होते हैं:
- हाथ-पैरों में दर्द और सूजन
- गले में खराश (स्ट्रीप थ्रोट)
- बुखार और लो ब्लड प्रेशर
- नेक्रोसिस (टिश्यूज का मरना)
- सांस लेने में तकलीफ
- अंगों का फेल होना
- 48 घंटों के भीतर मौत
इस बीमारी की सबसे बड़ी समस्या यह है कि इसके लक्षण बहुत तेजी से उभरते हैं। सूजन की शुरुआत पैरों से होती है और कुछ ही घंटों में यह घुटनों तक पहुंच जाती है। सही इलाज न मिलने पर अगले 48 घंटों में मौत हो सकती है।
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संक्रमण का खतरा
यह बीमारी विशेष रूप से 50 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए खतरनाक होती है, क्योंकि उनकी इम्युनिटी कमजोर होती है। इसके अलावा, कमजोर इम्युनिटी वाले अन्य लोग भी इस बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।
बचाव के उपाय
STSS से बचाव के लिए निम्नलिखित हाइजीन उपायों का पालन करना बेहद जरूरी है:
- बाहर से आने के बाद हाथ-पैरों को साबुन से कम से कम दो मिनट तक ज़रूर धोएं।
- शौच के बाद और खाना खाने या बनाने से पहले हाथों को धोएं।
- गंदे हाथों से चेहरे, खासकर आंख, नाक या मुंह को न छूएं।
- त्वचा पर किसी भी प्रकार का घाव होने पर तुरंत डॉक्टर से मिलें।
- STSS के कोई भी लक्षण नजर आने पर बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।
- अंतर्राष्ट्रीय सफर के दौरान मॉनिटरिंग और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें।
वैश्विक संदर्भ
जापान के अलावा, अन्य देशों में भी इस बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं। 2022 के अंत में, कई यूरोपीय देशों ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को इनवेसिव ग्रुप ए स्ट्रेप्टोकोकस (iGAS) मामलों में वृद्धि की सूचना दी थी। यह वृद्धि कोविड-19 प्रतिबंधों में ढील देने के बाद देखी गई थी, जो कि एक चिंता का विषय है।
#BangkokPost: The Department of Disease Control (DDC) is warning Japan-bound travellers to seriously protect themselves against infection by a rare and often fatal flesh-eating bacteria now spreading there. #Thailand #Health #Japan #travel #bacteria #flesheating… pic.twitter.com/TsY46zI4DP
— Bangkok Post (@BangkokPostNews) June 17, 2024
निष्कर्ष
STSS का प्रकोप जापान में एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बनता जा रहा है। इस बीमारी की तेजी से फैलने और उच्च मृत्यु दर के कारण, यह अत्यंत घातक है। इसके बचाव के लिए व्यक्तिगत हाइजीन का पालन करना, लक्षणों को जल्दी पहचानना और तुरंत चिकित्सा सहायता लेना बेहद महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और निरंतर निगरानी से इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सकता है।
जापान में STSS के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य अधिकारियों को सतर्क कर दिया है और आम जनता को भी इस बीमारी के प्रति जागरूक रहना चाहिए। सही जानकारी और सावधानी ही इस बीमारी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है।
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